नमस्कार दोस्तो,आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है जीएसटी के बारे में और जानेंगे जीएसटी क्या है ? और भारत में जीएसटी कब लागू हुआ इसी के साथ समझेंगे जीएसटी के बारे में हर एक छोटी सी छोटी बात को वो भी बिना किसी टेक्निकल वर्ड को यूज करे.
इसलिए अगर आपको जीएसटी के बारे में अच्छे से जानना है तो आर्टिकल को मन लगा कर पूरा पढ़े.आर्टिकल खतम होने तक आपके दिमाग में कोई दूसरे खयाल या डाउट नही आना चाहिए तभी ये कॉन्सेप्ट क्लियर हो पाएगा.चलिए आर्टिकल शुरू करते है.
Introduction Of GST (जीसीटी का परिचय)

जीएसटी ने हमारे भारत देश के INDIRECT TAX को रिप्लेस किया था साल 2017 में .और इसके आने से Consumers की लाइफ थोड़ी आसान हो चुकी है.
Goods & Service Tax के बारे और भी कई सारी बाते जानने से पहिले हम थोड़ी इसकी History जान लेते है.ताकि इस कॉन्सेप्ट को समझ ने मे और आसानी हो.
जीएसटी कब लागू हुआ
दोस्तो हमारे भारत में आज से 6 साल पहिले यानी 1 जुलाई 2017 को भारत टैक्स के इतिहास में एक सबसे बड़ी क्रांति हुई थी.क्युकी इसी दिन जीएसटी भारत में लागू किया गया था.
History Of GST (जीएसटी का इतिहास)

GST को Introduce कर दिया था साल 2006 के बजट में(Budget 2006).और उस टाइम के Goverment का ये दावा था कि हम GST को साल 2010 तक India में लागू कर देंगे.लेकिन हमेशा इस में कुछ ना कुछ Problem आती थी.
आखिर बहुत साल इस के उपर काम करने के बाद 1 जुलाई 2017 में GST को भारत में लागू कर दिया.मतलब आप सोच सकते हो GST को भारत में लागू होने के लिए पूरे 11 साल लगे.
हमारे PM N Modi जी ने GST को अपने स्पीच में Good & Simple Tax केहकर इसे Introduce किया था.
तो आप ये कह सकते हो GST के पीछे 11 साल की मेहनत है.और GST को अब India लगे 5 साल से उपर हो चुका है,लेकिन हर साल GST में आज भी amendment आते रहते है.Amendment मतलब कुछ ना कुछ Changes इस में आते ही रहते है.
लोग कहते है GST आने से Consumers की लाइफ काफी आसन हो गए है .बात तो सही है .लेकिन अगर आप किसी CA students से या Commerce Students से पूछोगे तो वो कहेगा बस इस का नाम लेना ही आसान है.लेकिन काम काफी मुश्किल है.
तो आज के हमारे आर्टिकल में हम GST को आसान से आसान भाषा में समझ ने वाले है ,ताकि हर किसी को जीएसटी क्या है ?(What Is GST In Hindi) ये समझ आ सके.
Why Was GST Necessary ?(GST लगना क्यों जरूरी था ?)
Then The Reason Is GST आने से पहिले हम INDIRECT TAX के सिस्टम को फॉलो करते थे.और उस में बहुत सारे टैक्स शामिल होते थे.जैसे Excise Duty, Sales Tax(VAT), Service Tax etc.और इन सारे टैक्स के चलते कंज्यूमर पर काफी बर्डन आता था.लेकिन GST आने से उस बर्डन को कुछ लेवल तक कम कर दिया है.
Example
Mr A 🙋ये एक बिजनेसमैन है, ये इनकी Factory में कुछ goods बनाते है, इसलिए इन्हे Excise duty Goverment को pay करनी होगी.
अब Mr A ने वो goods बना कर उसे मार्केट में जब Sale किए,तो उस पर लगेगा Sales tax (VAT) .
ओर उस Goods की Mr A ने किसी को कोई Service दी,तो उस के उपर Service tax भी लगेगा.
अब इतने सारे टैक्स goods के उपर लगने से,वो goods मार्केट में काफी महंगे दाम पर बिकते थे.
इस से producers (मतलब product बनाने वाले जैसे उपर वाले case में Mr A 🙋 थे) को तो फर्क नहीं पड़ता था.
लेकिन customers के जेब से ज्यादा पैसे जाते थे,क्युकी अल्टीमेटली फाइनल Burden तो Customers के जेब पर ही आता था.
लेकिन जब Market में साल 2017 को GST की Entry हो गई तो इन सारे Taxes को पहिले हटाया गया .और GST ने कहा कि One Tax One Nation .
What Is GST In Hindi?(जीएसटी क्या है ?)

GST एक Dual Base Concept & Destination Based Law है.इस Dual base concept में GST ने दोनो का खयाल रखा है.Central Government का भी और State Government का भी.
GST में Central को CGST कहा जाता है.और State को SGST कहा जाता है.GST जो है वो Destination Based Law मतलब यहां Destination को Importance दी जाती है. Origine को नहीं.For Example,
अगर आप मुंबई से गोवा जा रहे है,तो आपकी Destination गोवा है,और Origine मुंबई है.इसी तरह GST में भी Supply की Destination देखी जाती है Within in India.
एक बात याद रखे GST तभी लगेगा जब किसी Goods/Product की Supply होगी.अगर Goods की Supply नही होगी,तो जीएसटी भी नही लगेगा.मतलब No SUPPLY NO GST.
For Example
Mr A 🙋 के पास Goods है,वो goods की Supply करते है. तो देखते है कोन कोन से goods के supply के उपर GST लगेगा.⬇️
Origine | Destination | Yes/No |
Delhi | Jaipur | ✓ |
Mumbai | Delhi | ✓ |
Mumbai | U.S | × |
अगर Table 1.1 को आपने ध्यान से देखा,तो आपको समझ आ गया होगा अगर Supply की डेस्टिनेशन Within in India है तो GST लगेगा.जैसे ही डेस्टिनेशन Of Supply outside india होगी तो GST नहीं लगेगा.
How Is GST Applicable ?(GST कैसे लगता है ?)
जीएसटी क्या है ? और जीएसटी के बारे में काफी सारी बातों को समझ ने के बाद अब बात करते है जीएसटी कैसे लगता है ?
किसी भी Goods की Supply के उपर GST तीन तरके से लग सकता है ,SGST,CGST,IGST Form में.
और एक Important बात,की GST जो है वो सिर्फ Value Of Addition पर लगता है.Indirect Tax की तरह Total Value पर नहीं लगता.
Example के लिए नीचे दिया गया Table 1.2 देख लीजिए और उसे समझिए.

According To This Tables 1.2, आपको समझ आ गया होगा की ,Indirect tax में ₹50 का एक goods ग्राहक (consumer) तक आते आते ₹156 का हो जाता था.
वहीं GST में ₹50 का एक Goods ग्राहक (Consumer) तक ₹127 में Available हो जाता था.
और एक बात याद रखे Indirect Tax में Total Value के उपर टैक्स लगाने से Goods महंगे होते थे.लेकिन GST में Value Addition के उपर टैक्स लगने से थोड़ी राहत मिल गई है Consumer को.
Types Of GST In Hindi (जीएसटी के कितने प्रकार हैं?)

GST कितने प्रकार के होते है ?
C-GST,S-GST & I-GST ये GST के तीन पार्ट है.अगर Goods की सप्लाई Same State में हो रही है ,तो उस पर C-GST और S-GST चार्ज किया जाता है.
वहीं अगर Goods की सप्लाई किसी दूसरे States में हो रही है,तो उस के उपर IGST चार्ज किया जाता है.
जब किसी Goods की सप्लाई के उपर C-GST & S-GST लगता है,तो उसे Intra State Supply कहते है.
वही जब किसी Goods की सप्लाई के उपर I-GST लग जाता है,तो उसे Inter State Supply कहते है.
Origine | Destination | State | Intra/Inter | Categories |
Udaipur | Jaipur | Rajsthan | Intra | C-GST & S-GST |
Surat | Surat | Gujrat | Intra | C-GST & S-GST |
Chennai | Mumbai | दो अलग अलग स्टेट है,तो | Inter | I-GST |
Rates Of GST In Hindi ?

जैसे मैंने उपर कहा था,कि GST के कुछ Rates होते है,जिसके help से GST से मिलने वाले टैक्स को हम CGST & SGST में क्लासिफाई कर सकते है.
GST में पाच Rates आते है ,0%, 5%,12%,18% & 28%.
1)इन खरीदी के उपर नहीं लगाने वाला कोई भी टैक्स.
दूध,दही,लस्सी,पनिर,फल, सब्जियां,अंडे,और अनाज etc. मतलब ये सारे चीज़े जीरो परसेंट वाले जीएसटी स्लैब रेट में आते है.
2)इन प्रोडक्ट की खरीदे के उपर लगेगा 5% टैक्स.
पनीर पैकिंग वाला ,मसाले ,ऑयल,रसोई गैस,चनी,चाय , कॉफ़ी, Sweets etc.
3)इन प्रोडक्ट की खरीदे के उपर लगेगा 12% टैक्स.
मोबाइल फ़ोन,ड्रायफ्रूट,स्टील और तांबे के बर्तन,चश्मे के लेंस,etc.
4)इन प्रोडक्ट की खरीदे के उपर लगेगा है 18% टैक्स.
हेयर ऑयल,टूथपेस्ट,साबुन etc.
5)इन प्रोडक्ट की खरीदे के उपर कटेगा सबसे ज्यादा 28% टैक्स.
ये जीएसटी का सबसे बड़ा स्लैब है इसलिए इस Category में luxurious आइटम आते है जैसे की, डायमंड,गोल्ड etc.
(NOTE : GST के रेट में टाइम के साथ बदलाव आ सकते है.इसलिए एक बार इंटरनेट पर इन रेट को लेकर कन्फर्म रिसर्च जरूर कीजिए.?)
Calculation Of GST In Hindi.

इसका का calculation बहुत आसान है ,बस अपको दो बाते पता होनी चाहिए ?
- अपको GST Rates के Category के बारे में पता हो.
- और Inter State Supply है,या Intra State Supply है ये पता हो.
अगर ये दो बाते अपको समझ आ गई ,तो आप GST की Calculation आसानी से कर सकते हो.
Example
Spices(मसाले) के Example के जरिए calculation को समझ ते है.और मसालों के उपर 5% GST लगता है.
Case 1
Case 1 मै ये assume करो, कि ये मसाले मुंबई से पुना जा रहे है.तो ये Intra State Supply हो गया.इसलिए यह CGST & IGST लग गया.
लेकिन सवाल आता है कितना लगेगा ?
तो मसालों के उपर लगता है 5% GST और ये एक Intra State Supply भी है. इसलिए 2.5% CSGT को जाएगा ,और 2.5 SGST को जाएगा.
मतलब अगर मसालों के उपर 5% के हिसाब से ₹100 टैक्स आता है तो ₹50 CGST में जाएगा और ₹50 SGST में जाएगा.
Case 2
Assume करो इस बार मसाले मुंबई से गुजरात जा रहे है.तो यहां Inter State Supply हो गई है.इसलिए यहां IGST लग जाएगा.
और जहा IGST लग जाता है, वाहा पूरा टैक्स central government के पास चला जाता है.
ऐसा इसलिए किया जाता है, क्युकी यह दो states शामिल हो जाते है.तो टैक्स के लिए लड़ाई झगडा ना हो दोनों राज्यो में,इसलिए पूरा टैक्स का पैसा central government अपने पास रख लेती है.For example,
ये जो मसाले मुंबई से गुजरात लेे जा रहे थे और उस के उपर ₹500 टैक्स लग जाता है,तो वो पूरा 500 रुपया का टैक्स central government का होगा.
Main Point
दोस्तो GST के दूसरे प्वाइंट को यहां हमने शामिल नहीं किए है जैसे ITC (input tax credit) & other. अगर उन पार्ट को भी यहां शामिल किया जाता तो काफी सारी Confusion Create हो जाती.
और यहां हमारा मकसत सिर्फ जीएसटी को समझान था,इसलिए हमने Goods & Services In Hindi को जितना हो सके उतना आसान भाषा में समझने कि कोशिश की है.
इन Post को भी जरूर पढ़िए.
FAQ
भारत में जीएसटी कब लागू हुआ ?
भारत में जीएसटी 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ
जीएसटी का फुल फॉर्म क्या है ?(GST Full Form In Hindi)
गुड्स एंड सर्विस टैक्स (Goods & Service Tax)
जीएसटी के कितने प्रकार हैं? |Types of gst in hindi ?
जीएसटी के तीन प्रकार है, IGST,SGST,CGST.
(नोट:अगर आपको जीएसटी के बारे में और जानना है, तो मार्केट में काफी सारे जीएसटी के उपर बुक है आप उन्हें पढ़ सकते हो.यह बस मैंने आपको बिना किसी टेक्निकल वर्ड को यूज करे बेसिक कॉन्सेप्ट बताया है.ताकि जिनको जीएसटी समझ ही नही आता उन्हे भी जीएसटी का कॉन्सेप्ट समझे.)
आखरी शब्द
दोस्तो में उम्मीद करता हु आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (जीएसटी कब लागू हुआ) आपको पसंद आई होगी.आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे नीचे कॉमेंट करके या फिर ईमेल करके जरूर बताए.
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