What Is Debenture, Debenture Meaning In Hindi,Debenture Kya Hai
What Is Debenture: नमस्कार दोस्तो! आज में बात करने वाला हु Debentures (Debentures In Hindi) के बारे में.वैसे Debentures के उपर मैंने पहिले से ही एक आर्टिकल लिखा है.जिस में Debentures के बारे में पूरी जानकारी डिटेल में बताई है.
इस आर्टिकल में,हम बस डिबेंचर्स के बारे में कुछ Important प्वाइंट के बारे में बात करेंगे.जिसके चलते आपकी डिबेंचर्स इस टॉपिक के उपर एक Quick Revision हो जायेगी.
मगर फिर भी डिबेंचर्स के बारे में आपको डिटेल में स्टडी करनी है तो आप हमारा What Is Debenture ये वाला आर्टिकल जरूर पढ़े.तो चलिए आज के आर्टिकल की शुरवात करते है.
अगर कंपनी सोच रही है,की उसे अपने फंड्स को बढ़ाना है,तो वो डिबेंचर इश्यू करवा कर अपने फंड्स बढ़ा सकती है.

1.What Is Debenture
न्यू लोगो को सुन ने में ये वर्ड काफी भारी (Difficult) लगता होगा.मगर इसे एक लाइन में डिफाइन किया जाए,तो डिबेंचर मतलब लोन.और इन डिबेंचर को हिंदी में (Debenture Meaning In Hindi ) उधार पत्र या ऋण-पत्र भी बोलते है.
2.ये कोनसा लोन है ?
अब इतना तो आपको पता चल गया,की डिबेंचर मतलब लोन.मगर ये ऐसा लोन है जो बैंक से ना लेकर पब्लिक से लिया जाता है.
3.Creditor
पब्लिक किसी कंपनी को लोन दे रही है,तो वो लोग उस कंपनी के Creditor बन जाते है.Creditor मतलब वो लोग जो आपको उधार देते है.यहां कंपनी को पब्लिक पैसा मिल रहा है,इसलिए पब्लिक क्रेडिटर बन गई है.
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4.इंटरेस्ट
जब बैंक किसी आम आदमी को लोन देता है,तो वो फ्री में थोड़ी देता है,बैंक उस आदमी से इंटरेस्ट चार्ज करती है.ठीक उसी तरह यहां पब्लिक इन बड़ी बड़ी कंपनी को लोन दे रही है,इसलिए वो कंपनिया पब्लिक को उस लोन के बदले एक फिक्स्ड अमाउंट ऑफ इंटरेस्ट दे देती है.
5.फायदा
यहां दोनो का फायदा होता है.पब्लिक की एक तरह से Pasive Income बन जाती है.और कंपनी की भी फंड की Requirement पूरी हो जाती है.यानी दोनो पार्टी खुश.
6.लॉन्ग टाइम के लिए
कंपनी डिबेंचर्स को लंबे टाइम के लिए इश्यू करती है.जैसे की,5 साल,7 साल 9 साल.और इनके उपर फिक्स्ड रेट ऑफ इंटरेस्ट दिया जाता है.
7.Types Of Debenture
डिबेंचर्स अलग अलग तरह के होते है.और अलग अलग डिबेंचर की अपनी अलग एक खासियत होती है. जैसे की,

- Convertable Debenture- ये वो डिबेंचर होते है,जिन्हे आसानी से शेयर्स में कन्वर्ट किया जाता है.
- Non Convertable Debenture – ये वो डिबेंचर होते है,जिन्हे शेयर्स में कन्वर्ट किया जाता है.
- Redeemable Debenture – मतलब वो शेयर्स जिनका टाइम पूरा होने के बाद उन्हें Repay किया जाता है.
- Irredeemable Debenture – जब तक की कंपनी बंद ना हो जाए.तब तक आपको अपने पैसे नही मिलते.
- Registered Debenture – इन Debenture का रजिस्ट्रेशन होता है.इसलिए कंपनी के डायरेक्टर की परमिशन लिए बिना आप किसी को भी इन Debenture को ट्रांसफर नहीं कर सकते.
- Unregistered Debenture: यहां आपको किसी की परमिशन लेने की जरूरत नहीं होती.आप डायरेक्टली किसी भी पर्सन को अपने डिबेंचर ट्रांसफर कर सकते हो.
- Secured Debenture : यहां लोन लेने से पहिले कंपनी पब्लिक के पास कुछ ना कुछ सिक्योरिटी रख ती है.तब जाकर उन्हें लोगो से लोन मिलता है.नॉर्मली ऐसा केस न्यू कंपनियों के साथ देखने को मिलता है.
- Unsecured Debenture : इस केस में डिबेंचर होल्डर जो है बिना किसी सिक्योरिटी के कंपनी को लोन दे देता है.
8.डिबेंचर होल्डर
जिस तरह अगर कोई पर्सन किसी कंपनी के शेयर्स खरीदता है,तब उसे शेयरहोल्डर्स बोलते है,ठीक उसी तरह अगर कोई पर्सन कंपनी के डिबेंचर्स को खरीदता है,उसे डिबेंचर होल्डर कहा जाता है.
9.पब्लिक से क्यू लोन लेती है
डिबेंचर्स अगर लोन है,तो बड़ी बड़ी कंपनिया डायरेक्ट बैंक से लोन क्यू नही लेती?,तो इसका आसान जवाब है,बैंक के मुकाबले पब्लिक से लोन लेना कंपनी को सस्ता पड़ता है.इसलिए ये बड़ी बड़ी कंपनिया पब्लिक से लोन के फॉर्म में पैसा उठाती है.
10.इन्वेस्ट
अगर किसी पर्सन को शेयर्स में इन्वेस्ट करना रिस्की लगता है,तो वो डिबेंचर्स में अपने पैसे इन्वेस्ट कर सकता है,उसके पीछे दो वजह है,पहिलि तो ये की डिबेंचर शेयर्स के मुकाबले कम रिस्की होते है.और दूसरा इन पर आपको फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट का बेनिफिट मिलता रहता है.
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नोट: ये थी डिबेंचर के बारे में कुछ बाते. दोस्तो डिबेंचर के उपर ये सारी बाते मैने बस रिवीजन के प्वाइंट ऑफ यू से आपको बताई है.अगर आपको डिबेंचर के बारे में डिटेल और अच्छे से पूरी जानकारी चाहिए तो हमारा Debenture वाला आर्टिकल जरूर पढ़े.
आखरी बात
दोस्तो में उम्मीद करता हु आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (What Is Debenture In Hindi) आपको पसंद आई होगी.आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे नीचे कॉमेंट करके या फिर ईमेल करके जरूर बताए.
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