वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है ?: नमस्कार दोस्तो!आज थोड़ा पुराने वक्त में जाते है,और बात करते है उस टाइम की जब पैसे की अलग डेफिनेशन हुआ करती थी. क्युकी आज हम जैसे ही पैसे /Money की बात करते है तो तुरंत नोट या कॉइन्स दिमाग में आते है.
लेकिन पुराने टाइम में पैसे की अलग डेफिनेशन हुआ करती थी.और Barter System को फॉलो किया जाता था.तो क्या था ये Barter System (Barter System Kya Hai ?) आज का हमारा आर्टिकल इसी के उपर होने वाला है.तो चलिए शुरू करते है.
Barter System Meaning In Hindi
वस्तु विनिमय प्रणाली.
दोस्तो हमारे Economics ने Barter System को बहुत ही अच्छे से Explained किया है.हम ने अपने पिछले आर्टिकल में Economics के बारे में बात की थी.और आज हम इसी Economics में से एक Barter System के कॉन्सेप्ट के बारे में बात करने वाले है.
वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है ?(What Is Barter System In Hindi )
दोस्तो Barter System की कहानी शुरू होती है,आज से कई साल पहिले जब भारत में पैसों का Invention हुआ भी नही था.तब हमारे भारत के लोग ये Barter System को फॉलो करते थे.तो क्या था ये Barter System? आओ इसे एक लाइन में समझ ते है.
आसान भाषा में कहूं तो,Barter System मतलब गुड्स के बदले गुड्स को एक्सचेंज करना.इसे एक उदाहरण के जरिए और अच्छे से समझ ते है.
Example
दोस्तो अगर मुझे कुछ चावल चाहिए ,तो में उस पर्सन को सर्च करूंगा जो मुझे चावल दे सके,लेकिन मुझे भी उसे चावल के बदले उसे कुछ देना होगा.इसे कहते है Barter System.
अब इसी आसान भाषा को अगर में प्रोफेशनल डेफिनेशन के भाषा में बताऊं तो,“The exchange of goods or services without the use of money”
ये Barter System सुनने में जितना कूल लगता है,उतना कूल नही है. उस वक्त Barter system में बहुत सारी प्रॉब्लम को फेस करना पड़ता था जैसे की,
- Double Co-incidence Of Wants
- Measure The Value
- Problem Of Storage Of Goods
- Standard Of Defered Payment
Limitations Of Barter System (Barter System के नुकसान)

दोस्तो उपर सुन मेे तो ये सिस्टम बहुत अच्छा लगता है,लेकिन इस मेे काफी सारी प्रॉब्लम है,अब क्या प्रॉब्लम थी इसके बारे में बात करते है.(difficulties of barter system)
1.Double Co-incidence Of Wants
दोस्तो यहां एक-दूसरे की Wants एक-दूसरे से Co-incidence होने चाहिए.लेकिन Barter System ये बहुत डिफिकल्ट था.
Example- अगर मुझे गेहूं चाहिए और में किसी दूसरे Person से गेहूं के बदले चावल Exchange करना चाहता हू,तो मुझे ऐसा Person सर्च करना होगा जिसे चावल की जरूरत हो और उसके पास मुझे देने के लिए गेहूं भी होने चाहिए.
2.Measure The Value
आज हम कुछ भी खरीद ते है,तो हमे पता है उसकी value क्या है ,In The Term Of Money जैसे की,अगर आज में कोई पेन खरीदता हु,तो मुझे पता है उसकी वैल्यू 5 रुपए ,या 10 रुपए है.मगर Barter System में ये Measured करना काफी मुश्किल था.
Example- अगर Mr A को प्यास लगी है,और उसे पानी चाहिए Urgently,और पानी की उसे इतने जरूरत है की अगर वो पानी नहीं पियेगा तो मर जाएगा .तो जो पानी देने वाला Person है,वो Mr.A से कुछ भी मांग सकता है.
Suppose वो Mr.A से गोल्ड भी मांग सकता है.तो क्या पानी की कीमत को Gold में मापना करना सही है ?. इसलिए,Barter system मेे किसी एक Particular Product की सही वैल्यू के बारे में बताना या उसे Measured करना काफी मुश्किल था.
3.Problem Of Storage Of Goods
आज के जमाने में हम Money को अलग तरीके से स्टोर कर सकते है.जैसे की जमीन खरीद कर,बैंक में पैसे डिपोजिट कर के,Gold खरीद कर etc.मगर दूसरी तरफ ,Barter System में स्टोरेज करना काफी मुश्किल था .
अगर कोई पर्सन,Goods के बदले Goods Exchange भी कर ले तो वो उसे स्टोर कहा करेगा?अगर स्टोर कर भी लिया तो उसकी देखभाल कैसे करें पायेगा.ये सबसे बड़ा एक चैलेंज था.
Example – अगर Mr A को Barter system के जरिए शुगर मिल जाती है, तो वो उसे कहा रखे?,और वैसे भी सुगर आगे चलकर भविष्य में खराब भी हो सकती है.
4.Deferred Payment
Deferred Payment मतलब Installment ,धीरे-धीरे पे करना.आज के जमाने में अगर आप बैंक से लोन लेते हो,किसी goods को खरीदने के लिए और वो पैसे धीरे-धीरे करके पे कर सकते हो ये सुविधा आज Available है.
लेकिन, Barter System में ऐसी कोई सुविधा Available नहीं थी.जिसके चलते उस वक्त एक आम आदमी को इन सारी प्रॉब्लम को फेस करना पडता था Bartet System में.
(नोट:अब आगे से अगर कोई स्टूडेंट ये आर्टिकल पढ़ रह है,और उसको कोई ये पूछे की वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है,इसकी क्या कमियां है ? तो तुरंत इन प्वाइंट को Explain कर देना.)
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आखरी शब्द :
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